आगरा में फूड पार्क की कोशिशें, इस साल बड़ा फूड फेयर लगाने की तैयारी
आगरा। आने वाले त्योहार होली के सीजन में खाद्य सुरक्षा के महत्व को समझते हुए खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े व्यापारियों और उद्यमियों ने सभी मानकों पर खरा उतरने का संकल्प लिया है। एक कार्यक्रम में व्यापारियों ने जीएसटी के विभिन्न मापदंडों की गंभीरता को भी समझा।

− खाद्य सुरक्षा के मानकों संग जीएसटी और आगामी कार्ययोजना पर कार्यकारिणी सदस्यों ने की चर्चा, नये सदस्य हुए सम्मानित
बुधवार को होटल होलीडे इन में चैंबर आफ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन ने वित्तीय वर्ष 2024−25 की 12वीं कार्यकारिणी बैठक आयोजित की। बैठक का प्रारंभ खाद्य सुरक्षा विभाग के अभिहित अधिकारी शशांक त्रिपाठी, संरक्षक राजेश अग्रवाल, अध्यक्ष राजकुमार भगत, महासचिव अनुज सिंघल, सीए ऋषि अग्रवाल, मुख्य सलाहाकार मनीष अग्रवाल रावी, उपाध्यक्ष नितिन गोयल, आशीष गर्ग, राजेश गोयल ने भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया।
खाद्य पदार्थों पर निर्माण व समाप्ति की तिथि अंकित करें
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेश गुप्ता ने आने वाले त्योहारी सीजन में खाद्य सुरक्षा के नियमों एवं मानकों के पक्ष को रखते हुए कहा कि खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े उद्यमी और व्यापारी उत्पाद के निर्माण और समाप्ति तिथियों को खाद्य उत्पादनों पर अवश्य रूप से अंकित करें। जिन उत्पादों की सेल्फ लाइफ कम है, उसके प्रति ग्राहकों का जानकारी अवश्य दें और तय समय में ही उपभोग के लिए जागरुक करें। यदि बिक्री नहीं होती है तो दुकानदार स्वयं उस उत्पाद का निस्तारण कर दें।
व्यापारी खुद को उपभोक्ता मानकर काम करें
खाद्य सुरक्षा विभाग के अभिहित अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने खाद्य सुरक्षा मानकों की गंभीरता को लेकर व्यापारियों को जागरुक किया। उन्होंने कहा कि त्योहार पर सतर्कता और सावधानी के साथ उत्पादन और बिक्री करें। अगर प्रत्येक व्यापारी अपने आप को उपभोक्ता समझकर उत्पादन करेगा तो निश्चित ही प्रोडक्ट की गुणवत्ता और सुरक्षा मानक पूरे होंगे।
गिफ्ट पैक बनाते समय ये सावधानी बरतें
सीए ऋषि अग्रवाल ने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में जीएसटी की चुनौतियों और सावधानियों पर ध्यान आकर्षित करते हुए अपना संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि अपने क्रय और विक्रय के बिलों को सावधानीपूर्वक एकत्रित करके रखें। स्टॉक की जानकारी को भी फाइलों में अवश्य दर्शाएं। उन्होंने कहा कि दुकानदार गिफ्ट पैक में रखे जाने वाले विभिन्न उत्पादों पर लगने वाले जीएसटी के हिसाब से श्रेणी में रखें और गिफ्ट पैक की कीमत तय करें।
उन्होंने कहा कि सभी उत्पादों की संरचना के अनुरूप बिल तय करें, ताकि परेशानी से बच सकें, क्योंकि बहुत से उत्पाद पांच से 18 प्रतिशत तक के स्लैब में आते हैं। जीएसटी के मानकों के आधार पर अकाउंट को यदि मजबूत रखेंगे तो समय से आइटीसी क्लैम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जीएसटी को लेकर आज भी व्यापारियों में कई तरह की भ्रांतियां हैं। विभाग भी इन भ्रांतियां को दूर करने के लिए प्रयासरत है लेकिन उद्यमियों को भी जागरूक होने की जरूरत है।
कार्यकारिणी बैठक के समापन पर अंतिम त्रिमासिक मास में जिन्होंने सदस्यता ग्रहण की, उन सभी सदस्यों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
व्यापारियों की जिज्ञासाओं का हुआ समाधान
चेंबर ऑफ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन की बैठक में फूड प्रोसेसिंग से जुड़े हुए व्यापारियों ने विभाग के सक्षम अधिकारियों और जीएसटी से संबंधित अपनी जिज्ञासाओं को चार्टर्ड अकाउंटेंट के समक्ष रखा। व्यापारियों की समस्याओं और उनके प्रश्नों का विभागीय अधिकारियों और विषय विशेषज्ञों ने बारीकी से उत्तर देते हुए समाधान किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से सीए अनुज अशोक, डॉ. प्रशांत शर्मा, विकास चतुर्वेदी, सिद्धार्थ अग्रवाल, पंकज अग्रवाल, किशोर कुमार, अनुपम गुप्ता, विवेक अग्रवाल , शैलेंद्र अग्रवाल, आकाश गुप्ता प्रविन्द्र शर्मा, सनी शर्मा, आशीष भाटिया आदि उपस्थित रहे।