सपा नेत्री जूही प्रकाश का मामला: पुलिस की जांच बताएगी, कौन सच्चा- कौन झूठा

आगरा। सपा नेत्री जूही प्रकाश का मामला सुर्खियों में है। पुलिस ने भले की मुकदमा दर्ज कर लिया हो लेकिन अभी गिरफ्तारी से पहले सच और झूठ का फैसला होगा। चूंकि दोनों ही लोग एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे है। जूही पूर्व में महापौर पद के लिए सपा की प्रत्याशी रही है तो पति योगेंद्र सिंह एक कारोबारी है। उनका पेट्रोल पंप के स्वामी है। दोनों के बीच तल्खियां अब थाने की चौखट पर आ गई हैं।

Sep 22, 2024 - 10:54
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सपा नेत्री जूही प्रकाश का मामला: पुलिस की जांच बताएगी, कौन सच्चा- कौन झूठा

योगेंद्र सिंह ने उसके खिलाफ जगदीशपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है तो अब जूही ने भी सच और झूठ का फैसला करने के लिए पुलिस ने निष्पक्ष न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस के आला अधिकारी की माने तो जांच के बाद ही सच सामने आएगा। थाना पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है। 
गौरतलब है कि सपा नेत्री जूही प्रकाश के पति योगेंद्र सिंह ने उनके खिलाफ डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय को प्रार्थना पत्र दिया था। योगेंद्र सिंह के आरोप थे कि जूही से उनकी जान पहचान सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। उसके बाद दोस्ती हो गई। उसने उन्हें बातों में फंसा लिया और फिर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी। रेप का मुकदमा दर्ज कराने की बात की। फिर आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। वह पेट्रोल पंप अपने नाम करने की मांग कर रही है। उसका यह काम नहीं हुआ तो उसने घर में अराजकता फैला दी। उनके सिर और पीठ पर कांच की बोतल मार दी। योगेंद्र सिंह को परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया तो वहीं जूही प्रकाश भी खुलकर सामने आ गई है। उनका कहना है कि उन पर जो भी आरोप लगाए गए हैं वह निराधार है। योगेंद्र ने पहले उनका शारीरिक शोषण किया और फिर शादी करने को मना करने लगा। इस पर बखेड़ा खड़ा हुआ तो उसने आर्य समाज मंदिर में शादी की। उसके लैपटॉप में कई महिलाओं के साथ अश्लील वीडियो है। उसने उसकी  भी वीडियो बनाई है। जिसके जरिए वह खुद ही ब्लैकमेल कर रहा था। उसने उसके साथ मारपीट की थी। जिसकी उसने शाहगंज पुलिस से शिकायत की थी। उसने बोतल नहीं मारी जबकि वह खुद कांच पर गिर गये थे। इस मामले में जगदीशपुरा इंस्पेक्टर आनंद कुमार शाही का कहना है कि पुलिस की जांच यह साबित हो जाएगा कि कौन झूठा है और कौन सच्चा। जांच के बाद दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।