ट्रंप ने नए टैरिफ की कर दी घोषणा, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उथल-पुथल

वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर व्यापार जगत में भूचाल ला दिया है। एक जून से यूरोपीय संघ के सभी आयातों पर 50 फीसदी टैरिफ और विदेशी स्मार्टफोन पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है। ट्रंप के इस फैसले ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों और वैश्विक कूटनीति में उथल-पुथल मचा दी है। फैसले पर ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट पर कहा कि हमारी चर्चा कहीं नहीं पहुंच रही है और वे हमारे उत्पादों के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार कर रहे हैं।

May 24, 2025 - 10:22
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ट्रंप ने नए टैरिफ की कर दी घोषणा, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उथल-पुथल

एप्पल जो पहले ही चीन के टैरिफ से बचने के लिए भारत में उत्पादन ट्रांसफर कर रहा है, अब वह ट्रंप के निशाने पर आ गया है। ट्रंप ने कंपनी के सीईओ टिम कुक को साफ तौर पर चेतावनी दी है कि वे या तो एप्पल का उत्पादन अमेरिका में करें या फिर 25 फीसदी का टैक्स भरें। इस तरह से आईफोन पर भारी टैरिफ का सीधा मतलब है एप्पल के स्मार्टफोन मंहगे हो जाएंगे और अमेरिकी बाजार में इसकी डिमांड कम हो जाएगी। इस फैसले के बाद एप्पल के शेयरों में 3% की गिरावट आई है जो संकेत देता है कि बाजार की स्थिति गंभीर हो चुकी है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से 50 फीसदी की टैरिफ लगाए जाने के बाद  ईयू व्यापार प्रमुख मारोस सेफकोविक ने आपसी सम्मान और शांति का आग्रह किया। इसके अलावा डच पीएम डिक शूफ ने कहा कि यह ट्रंप की पुरानी रणनीति है वे धमकी देकर सौदाबाजी करते हैं। अगर ईयू पर 50 फीसदी का टैरिफ लागू होता है कि इसकी वजह से कई तरह से सामान मंहगे हो जाएंगे। इसकी वजह से कार, फार्मास्यूटिकल्स, विमान और एयरक्राफ्ट पार्ट्स की कीमतें बढ़ जाएंगी। इन क्षेत्रों में 50 फीसदी टैरिफ से अमेरिकी ग्राहकों को भी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।

ट्रंप के फैसले का असर बाजार में देखने को मिलने लगा है। अमेरिकी और यूरोपीय शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज कि गई है। सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिली है। इस पर ब्लूमबर्ग के फाइनेंशियल एनालिस्ट का कहना है कि पहले ग्लोबल मार्केट की स्थिति ठीक होने लगी थी। हालांकि, अब एक बार फिर से  अस्थिरता लौट आई है।