गंभीर वित्तीय संकट में थे कर्नल तोमर, जेलर बोले हार्ट अटैक आया
सेना के रिटायर्ड कर्नल विजय पाल सिंह तोमर की मौत से रहस्य तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सामने आएगा, लेकिन उनके बारे में जानकारी मिल रही है कि वे गंभीर वित्तीय संकट में घिरे हुए थे।

आगरा। सेना के रिटायर्ड कर्नल विजय पाल सिंह तोमर का जूता का व्यवसाय बहुत अच्छे से चल रहा था, लेकिन पिछले कुछ समय से वक्त ने ऐसी पलटी मारी कि वे वित्तीय संकट में फंस गए। इसी में उन्हें जेल भी जाना पड़ा। हाईकोर्ट से बेल भी मिल गई थी। बुधवार को उनकी जेल से रिहाई होनी थी, लेकिन बाहर आया तो उनका पार्थिव शरीर।
मूल रूप से अम्बाह (मुरैना के निवासी विजय पाल सिंह तोमर ने सेना से सेवानिवृत्ति के बाद आगरा को अपना ठिकाना बनाया। यहां उन्होंने शमसाबाद रोड स्थित गुलमोहर एन्क्लेव में अपना आवास बनाया और जूते का व्यवसाय शुरू किया। बहुत जल्दी उन्होंने इस व्यवसाय को न केवल जमा लिया, अपितु ऊंचाइयां भी छू लीं। कर्नल तोमर की फर्म एबीसी इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड थी और वे खुद भी जूते तैयार कराते थे। उन्हें विदेश से एक बड़ा आर्डर मिला। इस आर्डर का 3.22 करोड़ का माल उन्होंने राना ओवरसीज से तैयार कराया। कर्नल तोमर के परिजनों की मानें तो राना ओवरसीज से करार हुआ था कि विदेश भेजे जाने वाले कंसाइनमेंट का पेमेंट आने के बाद वे तैयार कराए गए माल का भुगतान कर देंगे। कर्नल तोमर ने राना ओवरसीज को गारंटी के तौर पर एडवांस चेक भी दिए थे।
जानकार सूत्रों का कहना है कि कर्नल तोमर की एबीसी इंटरनेशनल ने वर्ष 2021 में राना ओवरसीज से आर्डर के जूते तैयार कराकर विदेश भेजे थे। विदेश भेजे गए कंसाइनमेंट का पेमेंट रुक गया था। माल मंगाने वाली विदेशी फर्म ने बहुत कम पेमेंट किया। इधर लंबे समय तक कर्नल तोमर को पेमेंट नहीं आया तो वे राना ओवरसीज को भी पेमेंट नहीं कर पाए। राना ओवरसीज ने 2021 का पेमेंट न मिलने पर कर्नल तोमर के ऊपर चेक बाउंस और धोखाधड़ी का केस दर्ज करा दिया था। इस केस में कर्नल तोमर समेत सात लोगों को नामजद किया गया था, जो एबीसी इंटरनेशनल में भागीदार हैं। ये सभी तोमर के परिवार के लोग बताए गए हैं। सिकंदरा पुलिस ने लगभग दो माह पहले कर्नल तोमर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
कल आना था जेल से बाहर
इसी मामले में कर्नल तोमर को बीते कल ही हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। कागजी कार्यवाही पूरी कर उन्हें कल यानि बुधवार को जेल से बाहर आना था। बताते हैं कि मंगलवार की सुबह कर्नल तोमर ने जेल से फोन पर अपने परिवारीजनों से बात की थी। जमानत की सूचना मिलने पर वे बहुत खुश थे। वे पूरी तरह स्वस्थ भी थे। वे जेल से बाहर नहीं आ सके। मौत की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही सामने आ पाएगी।
जेल प्रशासन बोला- हार्ट अटैक आया
कर्नल विजय पाल सिंह तोमर की मौत के बाद जिला जेल में अफरा-तफरी का माहौल था। प्रारंभ में जेल प्रशासन कुछ भी बोलने की स्थित में नहीं था। रात आठ बजे जेलर बीके गौतम ने बताया कि कर्नल तोमर पूरी तरह स्वस्थ थे। दोपहर में अचानक उन्हें तीव्र ह्रदयाघात हुआ। जेल प्रशासन ने उन्हें आनन-फानन में इमरजेंसी भेजा, जहां उन्हें बचाया नहीं जा सका। जेलर गौतम ने परिजनों की इस बात को गलत बताया कि इमरजेंसी में जेल स्टाफ उन्हें छोड़कर चला गया था। सही बात ये है कि इमरजेंसी ले जाने वाला जेल स्टाफ वहां मौजूद था।