आगरा में चार दिन से लापता दीपा की लाश सड़ी गली हालत में मिली, दरोगा से हर गुहार बेकार गई
आगरा। अछनेरा थाना क्षेत्र के गांव नानऊ की रहने वाली 33 वर्षीय महिला दीपा की चार दिन पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में हुई गुमशुदगी अब एक सनसनीखेज खुलासे में तब्दील हो गई है। रविवार को गांव में भूसे की कुर्री के पास लकड़ियों के गट्ठर के पीछे से उसकी सड़ी-गली लाश मिलने से हड़कंप मच गया।

-गांव में उबाल, मृतका के भाई ने हर दिन चार-चार बार हलके के दरोगा से गुहार लगाई पर पुलिस का दिल नहीं पसीजा
शव कपड़े में लिपटा हुआ था और हाथ-पैर बंधे मिले। बदबू फैलने पर ग्रामीणों ने जब जांच की, तो यह भयावह सच सामने आया। सूचना पर दो घंटे की देरी से पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेना चाहा, लेकिन परिजनों ने दोषियों की गिरफ्तारी तक शव को उठाने से इंकार कर दिया।
मृतका की पहचान दीपा पत्नी सूरजपाल निवासी नानऊ के रूप में हुई है। दीपा 13 मई की रात से लापता थी। उसके पति ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी, लेकिन परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं। दीपा के भाई चंद्र प्रकाश ने बताया कि बहन के लापता होने के बाद से वह हर रोज तीन से चार बार हल्का इंचार्ज दरोगा नवजीत से मदद की गुहार लगाते रहे, लेकिन दरोगा ने हर बार उसकी गुहार को अनसुना कर दिया।
चंद्र प्रकाश ने गांव के ही एक व्यक्ति पर हत्या का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि 13 तारीख की रात को जबरन दीपा को उठाया गया और अब उसका शव बंधी अवस्था में मिला है। शव अब भी हाथ-पैर बंधा पड़ा है। ये आत्महत्या नहीं, सुनियोजित हत्या है, यह चंद्रप्रकाश का आरोप है।
ग्रामीणों और परिजनों में घटना को लेकर आक्रोश है। लोगों ने स्पष्ट कहा है कि जब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होती, वे शव को नहीं उठने देंगे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और जांच शुरू कर दी है।
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