नेशनल हैंड बॉल चैंपियनशिप में दिल्ली का दबदबा, पहले दिन हुए वर्गीकरण मैच

− स्पेशल ओपम्पिक भारत द्वारा किया जा रहा है नेशनल हैंड बॉल चैंपियनशिप का आगरा में आयोजन − तीन दिवसीय राष्ट्रीय प्रतियोगिता के दूसरे दिन डॉ बीआर आंबेडकर विवि के छलेसर परिसर में हुए मैच − दिल्ली, उप्र, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश की टीम(महिला− पुरुष) के मध्य हुए मैच − मानसिक दिव्यांग खिलाड़ियों के जज्बे ने किया मंत्रमुग्ध, खेल भावना के साथ टीम का सामन्जस्य भी देखने लायक

Feb 5, 2025 - 21:40
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नेशनल हैंड बॉल चैंपियनशिप में दिल्ली का दबदबा, पहले दिन हुए वर्गीकरण मैच
छलेसर स्थित डॉ बीआर आंबेडकर विवि के नेताजी सुभाष चंद्र बोस कैंपस में स्पेशल ओलम्पिक भारत द्वारा आयोजित नेशनल हैंड बॉल चैंपियनशिप के मैच का सिक्का उछालकर शुभारंभ करते प्रदेश अध्यक्ष मुकेश शुक्ला। साथ हैं संजीव दोहरे, राजेश जैन आदि।

आगरा। खेल, खेल का मैदान और नियम सामान्य ओलम्पिक प्रतिस्पर्धा की तरह किंतु खिलाड़ी विशेष और विशेष है उनके भीतर की खेल भावना। छलेसर स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस कैंपस में स्पेशल ओपम्पिक भारत द्वारा आयोजित नेशनल हैंड बॉल चैंपियनशिप के दूसरे दिन विभिन्न राज्यों की टीमों के मध्य कुल छह मैच हुए। 

बुधवार को दूसरे दिन की प्रतिस्पर्धा का उद्घाटन स्पेशल ओलम्पिक भारत के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश शुक्ला ने सिक्का उछाल कर किया। उनके साथ सचिव संजीव दोहरे, उपाध्यक्ष राजेश जैन, आशीष कुमार और मनीष शर्मा भी उपस्थित रहे। 

इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय ट्रेनर मनोज सिंह(वाराणसी), सीमा शर्मा(मथुरा), अरुण कुमार सिंह (आगरा) और इंद्रपाल सिंह(गाजियाबाद) के मार्गदर्शन में प्रतियोगिता शुरु हुयी। 

शूट और गोल की आवाजों के मध्य विशेष एथलिट सामान्यों से अधिक जज्बे के साथ खेल रहे थे। खेल के नियम और मैदान के अनुशासन का पालन सभी विशेष खिलाड़ी गंभीरता से करते हुए दिखे। सबसे पहला मैच दिल्ली और उप्र पुरुष वर्ग के मध्य हुआ। जिसमें 7 और 4 का स्कोर रहा। राजस्थान और उप्र महिला वर्ग का स्कोर 2 और 8 रहा। हरियाणा और उप्र पुरुष वर्ग 4 और 8 रहा। राजस्थान− दिल्ली महिला वर्ग स्कोर 0 और 2 रहा। हिमाचल प्रदेश− राजस्थान पुरुष वर्ग 3 और 2 स्कोर रहा और महिला वर्ग में उप्र− दिल्ली का स्कोर 2− 2 रहा। 

प्रदेश अध्यक्ष मुकेश शुक्ला ने बताया कि हर खिलाड़ी में खेल भावना जबरदस्त है। सभी अनुशासन के साथ खेल रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में दस से ज्यादा राज्यों की टीम ने भाग लिया है। स्पेशल ओलम्पिक भारत का उद्देश्य मानसिक दिव्यांग बच्चों को खेल से जोड़ते हुए उनकी शिक्षा एवं स्वास्थ्य की व्यवस्था को बनाना है। इन बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने का सशक्त प्रयास स्पेशल ओलम्पिक भारत द्वारा किया जा रहा है। 

प्रदेश सचिव संजीव दोहरे ने बताया कि गुरुवार को सुबह 11 बजे समापन समारोह होगा, जिसमें विजेता टीम को ट्राफी प्रदान की जाएगी। साथ ही सभी बच्चों को प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।     

अंतर्राष्ट्रीय ट्रेनर मनोज सिंह ने बताया कि नेशनल हैंड बॉल चैंपियनशिप के नियम और मैदान सामान्य ही हैं। इसमें 16 से 21 वर्ष तक के एथलिट भाग ले रहे हैं। एक टीम में पांच से सात खिलाड़ी हैं। चैंपियनशिप में राज्यस्तरीय खेले हुए एथलिट भी प्रतिभाग कर रहे हैं। प्रथम दिन टीमों का खिलाड़ियों की प्रतिभा के हिसाब से वर्गीकरण मैच कराया गया। फाइनल मैच गुरुवार को सुबह होंगे।