गांधी तो गांधी थे, दूसरा पैदा नहीं हो सकता, कुष्ठ सेवा सदन में याद किए गए बापू
आगरा। लैप्रोसी पेशेन्ट्स वेलफेयर सोसाइटी के तत्वावधान में कुष्ठ सेवा सदन, पूर्वीगेट, ताजमहल पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के परिनिर्वाण दिवस पर बापू का स्मरण किया गया। कुष्ठ निवारण दिवस पर कुष्ठ रोगियों की सेवा का संकल्प भी लिया गया।

केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राष्ट्रीय जालमा कुष्ठ एवं अन्य माइकोबैक्टीरियल रोग संस्थान की निदेशक डॉ. शालिनी सिंह थीं। दोनों अतिथियों ने महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप जलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। दो मिनट का मौन रखकर गांधी जी को श्रद्धांजलि दी गई। कल्पना शर्मा द्वारा रामधुन का गायन किया गया।
इस अवसर पर पुस्तिका ‘एक सफर तिरस्कार से सत्कार तक’ का विमोचन भी किया गया। सचिव डॉ. मधु भारद्वाज ने बताया कि पुस्तिका में कुष्ठ रोग के लक्षण एवं विभिन्न अवस्थाओं की जानकारी दी गई है।
डॉ0 मधु भारद्वाज ने कहा कि यह बिल्डिंग 1861 की बनी हुई है, जिसमें कुष्ठ रोगियों को निःशुल्क रहने, खाने-पीने एवं दैनिक आवश्यक सामान की व्यवस्था शहर के दानदाताओं द्वारा की जाती है। यह सोसाइटी पिछले 18 वर्षों से कुष्ठ रोगियों के लिए सेवा कार्य कर रही है। न्होंने भविष्य की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी।
केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि गांधीजी के चरणों में आगरा की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। ऐसे लोग रोज पैदा नहीं होते। गांधी तो गांधी थे, उन जैसा दूसरा पैदा नहीं हो सकता। सह-अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. डीवी शर्मा ने कहा कि महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए मुझे सोसाइटी के पूर्व सचिव डॉ. वेद भारद्वाज की बहुत याद आ रही है। कुष्ठ रोगियों की सेवा करने की प्रेरणा मुझे उनसे ही मिली।
मुख्य अतिथि डॉ. शालिनी सिंह ने कहा कि कुष्ठ रोगियों की सेवा के लिए प्रोजेक्ट पर कार्य कर रही हूँ। आशान्वित हूं कि सरकार हमारी मदद करेगी। विशिष्ट अतिथि जेएस फौजदार ने कहा कि गांधीजी शांति, सत्य एवं अहिंसा के दूत थे। हमें उनके दर्शाए मार्ग पर चलना चाहिए। विशिष्ट अतिथि डॉ. पंकज नगायच ने कहा कि कुष्ठ रोगियों की सेवा ही हमारे लिए सर्वोपरि ध्येय होना चाहिए।
डॉ. राजेन्द्र मिलन ने ‘बढ़ते आतंकवाद पर गांधी दर्शन ही समुचित है’ कविता प्रस्तुत की। डॉ. शशि गुप्ता ने ‘वंदे मातरम, बापू में था दम‘ कविता प्रस्तुत की। डॉ. रामेन्द्र शर्मा ‘रवि’ एवं शरद गुप्ता ने भी गाँधी जी पर काव्य पाठ किया।
सोसाइटी के उपाध्यक्ष डॉ. ए.एस. सचान ने अतिथियों का स्वागत एवं परिचय दिया। साथ ही सोसाइटी के अतीत की भी जानकारी दी।
इस अवसर पर नीलम शर्मा, शैलजा अग्रवाल, कल्पना शर्मा, डॉ. राजकमल, संजय चोपड़ा, वीके गुप्ता, जीएस मनराल, मनीष सुराना, रमन देव, पं. ब्रह्मदत्त शर्मा, केके मोहन्ती, ममता अरोड़ा, दीपा विष्ट, इन्दिरा, शशि शिरोमणि, अनिल शर्मा, संजय गुप्त आदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम आयोजित कराने में कु.गरिमा भारद्वाज, कु उपलब्धि भारद्वाज एवं शिवशंकर बघेल का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को प्रतीक चिन्ह प्रदान किए गए। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. आरसी अग्रवाल द्वारा किया किया।