आगरा के बंटी-बबली को पकड़ने में नौ साल लग गए पुलिस को
आगरा। होटल और टूरिज्म के क्षेत्र में भविष्य बनाने का सपना दिखाकर युवाओं को ठगने वाले बंटी और बबली कानून के शिकंजे में आ गए हैं, लेकिन इस ठग दंपति को तलाशने में पुलिस को नौ साल लग गए। ठग दंपति को तलाशने में वर्तमान में पुलिस ने जैसे प्रयास किए, वैसे पहले किए गए होते तो ये पहले ही पकड़े जा चुके होते।

-मुकदमे दर्ज होने के बाद इन्हें पकड़ने को आज जैसे प्रयास किए गए होते तो तभी पकड़ लिए गए होते
पीड़ित छात्रों ने रमन और सपना के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए। मुकदमे तो दर्ज हो गए, लेकिन पुलिस इस ठग दंपत्ति को नहीं खोज पाई। हैरानी की बात यह है कि रमन और सपना आगरा से भागने के बाद दो सौ किलोमीटर दूर गुरुग्राम में रहने लगे थे, लेकिन तब की आगरा पुलिस उन तक नहीं पहुंच पाई। पुलिस की फाइल में रमन और सपना की तलाश जारी रही। दोनों पर 25-25 हजार का इनाम भी घोषित हो गया था, लेकिन दोनों का पता नहीं चला।
हरीपर्वत के एसीपी आदित्य ने नौ साल पुरानी इस फाइल को खंगाला और ठग दंपत्ति को खोजने के लिए नए सिरे से प्रयास किए। पुलिस ठग दंपत्ति के पुराने फेसबुक एकाउंट के जरिए उसके स्कूल तक पहुंची और बेटे के जरिए रमन और सपना तक जा पहुंची। जिस समय यह ठग दंपत्ति पुलिस के चंगुल में फंसा, वह हरिद्वार में मौजूद थे।