यमुना पर डाउन स्ट्रीम में एनओसी ने अटका रखा है रबर डैम

आगरा। उत्तर प्रदेश के वर्ष 2025-26 के बजट में आगरा को एक बार फिर ऐसा तोहफा भी मिला है, जो अगर पूरा हो जाए आगरा शहर में यमुना पानी से लबालब दिखेगी। नौकाएं चलती दिखेंगी। पर्यटकों को नौकायन के जरिए एत्मादुद्दौला, आगरा किला और ताजमहल देखने को मिलेंगे।

Feb 22, 2025 - 14:29
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यमुना पर डाउन स्ट्रीम में एनओसी ने अटका रखा है रबर डैम

-सरकार ने बजट में इस बार भी किया है 60 करोड़ का प्रावधान 

-पिछले सालों में आया धन एनओसी न मिलने से लैप्स हो गया था

-ये काम हो जाए तो आगरा शहर में साल भर लबालब रहेगी यमुना

जी हां, ऐसा हो सकता है, बशर्ते इस काम में आ रही एक छोटी सी अड़चन दूर हो जाए। यूपी सरकार ने बजट में ताजमहल से डेड़ किलोमीटर आगे डाउनस्ट्रीम में नगला पैमा में रबर डैम बनाने के लिए 60 करोड़ रुपये का प्रावधान कर दिया है। डाउन स्ट्रीम में रबर डैम बनने के बाद यमुना साल भर पानी से लबालब दिखेगी।

यमुना के डाउन स्ट्रीम में रबर डैम के लिए बजट का प्रावधान इससे पहले भी हो चुका है, लेकिन इस काम के लिए नमामि गंगे से अनापत्ति न मिल पाने के कारण यह काम पूरा नहीं हो पा रहा है। हर साल बजट में आवंटित होने वाला पैसा लैप्स हो जाता है।

सांसद चाहर बोले- एनओसी के लिए प्रयास करेंगे

इस साल बजट में रबर डैम के लिए धनराशि आवंटित होने का सांसद राज कुमार चाहर ने स्वागत किया है। सांसद का कहना है कि पिछले कई साल से यह बजट आ रहा है, लेकिन एनओसी न मिल पाने के कारण रबर डैम नहीं बन पा रहा है। अब वे इसके लिए एनओसी के लिए केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल के साथ प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि रबर डैम का लाभ हम दोनों सांसदों के क्षेत्रों को मिलेगा। सांसद चाहर ने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि इस बार आवंटित धन लैप्स न हो।

लम्बे समय से हो रही है बैराज की मांग

आगरा में यमुना पर डाउन स्ट्रीम में बैराज बनाने की मांग लम्बे समय से की जा रही है। डाउन स्ट्रीम में बैराज के पैरोकारों का तर्क रहा है कि ताजमहल की नींव की मजबूती के लिए ताज के पीछे यमुना में पर्याप्त जल होना जरूरी है। वर्तमान में यमुना ताजमहल से थोड़ी दूर जा चुकी है। बारिश के दिनों में ही ताजमहल के पीछे की दीवार तक पानी आ पाता है। बारिश के बाद यमुना ताजमहल से दूर हो जाती है।

रबर डैम बनने पर ही लबालब हो जाएगी यमुना

सरकार ने डाउन स्ट्रीम में बैराज तो नहीं दिया, लेकिन रबर डैम का तोहफा जरूर दे दिया है। रबर डैम बनने से भी डैम से लेकर यमुना का अपस्ट्रीम पानी से लबालब हो जाएगा। यमुना में पर्याप्त जल होगा तो यहां नौकायन भी शुरू हो सकेगा। लम्बे समय से यह मांग उठती आ रही है कि यमुना में नौकायन शुरू कराकर पर्यटकों को एत्माउद्दौला, आगरा किला और ताजमहल तक का भ्रमण करा जाए।

 

SP_Singh AURGURU Editor