हमारे ढाई करोड़ लौटवा दो, महिलाओं ने लगाई प्रशासन से गुहार
आगरा। वित्तीय धोखाधड़ी के एक मामला सामने आया है, जिसमें कविता गुप्ता, समेत कई अन्य महिलाओं को लगभग 2.5 करोड़ रुपये का चूना लगाया गया है। इस मामले में आरोप है कि कविता के कुछ रिश्तेदारों ने उनसे निवेश के नाम पर यह राशि ली थी, लेकिन अब तक न तो यह राशि लौटाई गई है और न ही दिए गए चेक क्लियर हुए हैं।

-रिश्तेदार महिला ने जमीन में निवेश और मोटी ब्याज के नाम पर फंसाया और अब मूल भी नहीं लौटा रही
-तीन बार पुलिस आयुक्त से भी मिल चुकी हैं पीड़िताएं, बोलीं- न्याय न मिला तो सीएम योगी से मिलेंगी
कई केस भी दर्ज हो चुके हैं आरोपियों पर
कविता ने बताया कि उसके कहने पर उसके एक अन्य रिश्तेदार ने भी पैसे दिए थे। पैसे वापस न मिलने पर राजस्थान में भरतपुर जिले के कुम्हेर में इन आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। जयपुर में नीरज द्वारा भी न्यायालय में केस दायर किया जा चुका है। इसके अलावा, आगरा में विष्णु सिकरवार द्वारा 20 लाख रुपये के चेक बाउंस का मामला भी इन्हीं लोगों के खिलाफ दर्ज कराया गया है।
चार चेक दिए और चारों बाउंस हो गए
बकौल कविता गुप्ता, इन लोगों द्वारा उन्हें दिए गए चार चेक भी बाउंस हो चुके हैं, जिनमें दो चेक 5-5 लाख रुपये के और एक 1.86 करोड़ रुपये का और एक 45 लाख रुपये का है। कविता के अनुसार 11 नवंबर 2024 को जब वह इन लोगों के घर गई तो मुझे धमकियां दी गईं।
मैं भी महिला की बातों में आ गई
एक अन्य पीड़िता शिल्पा गुप्ता ने कहा कि कमला नगर की रिश्तेदार महिला प्रायः हर रोज हमारी प्रताप नगर स्थित दुकान पर आया करती थी। इस महिला की बातों में आकर उन्होंने भी अपने परिवार से छिपाकर दो लाख रुपये ये सोचकर इस महिला को दे दिए कि अच्छी ब्याज मिलेगी। एक अन्य महिला ने भी बताया कि वह भी कमला नगर वाली महिला की बातों में आकर आठ लाख रुपये फंसा बैठी है।
पीड़ित कविता का कहना है कि उन्होंने इस धोखाधड़ी की शिकायत को लेकर तीन बार 20 नवंबर 2024, 3 दिसंबर 2024 और 3 जनवरी 2025 को पुलिस आयुक्त से मुलाकात की है। बावजूद इसके अब तक दोषियों के खिलाफ न तो कोई ठोस कार्रवाई हुई है और न ही कोई मुकदमा दर्ज किया गया है।
कविता ने बताया कि वे इस मामले को लेकर तत्कालीन मंडलायुक्त ऋतु महेश्वरी से भी मिली थीं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। कविता ने कहा कि अगर कोई कार्रवाई न हुई तो वे आंदोलन करने को विवश होंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात करेंगी।
मोटे ब्याज के लालच में आ गईं महिलाएं
इस मामले में जो पीड़िताएं हैं, उन्होंने कविता गुप्ता के कहने पर पैसे दिए थे। इन्होंने अपने पैसे भी कविता गुप्ता को दिए थे। कविता गुप्ता ने इन सभी के पैसे अपनी कमला नगर में रहने वाली रिश्तेदार महिला को दे दिए थे। कमला नगर की इसी महिला ने कविता गुप्ता और उसकी परिचित महिलाओं को झांसा दिया था कि पैसे लगा दो। इसके बदले में हम जेवर एयरपोर्ट पर जमीन खरीद रहे हैं।
जिसमें अच्छा रिटर्न मिलने पर उन्हें भी मोटा ब्याज दिया जाएगा। ज्यादातर महिलाओं ने अपने परिवारीजनों से छिपाकर अपनी बचत के पैसे इस महिला की बातों पर भरोसा कर कविता गुप्ता के हाथों में थमा दिए थे। बदले में कमला नगर की महिला और उसके परिवारीजनों ने उन्हें हस्ताक्षरित चेक यह कहते हुए दे दिए थे कि वे इनमें अपने-अपने नाम लिख लें।
पीड़ित महिलाओं में कविता की नौकरानी भी
जिन पीड़ित महिलाओं ने आज पत्रकारों को अपनी व्यथा बताई उनमें कविता की नौकरानी भी है। उसने बताया कि उसने पहले कुछ पैसे दिए जो बढ़ाकर लौटा दिए गए थे। इसके बाद मैंने अपनी बचत के पौने दो लाख रुपये ये सोचकर लगा दिए कि अच्छी ब्याज मिलेगी, लेकिन अब उसके पैसे नहीं लौट रहे। उसका पति नहीं है। पांच बच्चे हैं। बचत के पैसे जाने से वह बहुत मुसीबत में आ चुकी है।
इस मामले में फंस चुका है ये पेंच
कविता गुप्ता ने जब इस मामले की शिकायत पुलिस आयुक्त से की तो उन्होंने एसीपी लोहामंडी को इसकी जांच सौंपी। एसीपी ने कमला नगर के उस परिवार, जिस पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है, को पूछताछ के लिए बुलाया तो उन लोगों ने कहा कि कविता गुप्ता उनके घर से हस्ताक्षर किए हुए ब्लैंक चेक चुरा ले गई थीं। अब उन्हीं ब्लैंक चेक में नाम भरकर उन पर पैसे लेने के अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं। जिस परिवार पर आरोप लगे हैं, उसमें वकील व चार्टर्ड एकाउंटेंट भी हैं। अब सवाल यह है कि पुलिस कैसे साबित करे कि वाकई कविता गुप्ता और अन्य द्वारा कमला नगर के रिश्तेदार परिवार को ढाई करोड़ रकम दी गई है।