एग्जाम से एक दिन पहले केंद्र बदलना बंद करो: अपर मुख्य सचिव ने विवि प्रशासन से जताई सख्त नाराजगी

बुधवार को डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में निरीक्षण पर पहुंचे कुलाधिपति के अपर मुख्य सचिव सुधीर एम. बोबडे ने परीक्षा केंद्रों के अंतिम क्षणों में बदले जाने, एक दिन पहले तक फॉर्म भरने और आधे-अधूरे परिणाम जारी करने पर नाराजगी जताई। उन्होंने समर्थ पोर्टल की अनदेखी पर भी सवाल उठाए और निर्देश दिए कि आगामी प्रवेश और परीक्षा कार्य इसी पोर्टल से होंगे। पूर्व विधिक सलाहकार डॉ. अरुण दीक्षित की शिकायतों पर उन्होंने भुगतान संबंधी फाइलें देखीं और कर्मचारियों से भी अलग-अलग जानकारी ली।  

Jun 11, 2025 - 21:51
 0
एग्जाम से एक दिन पहले केंद्र बदलना बंद करो: अपर मुख्य सचिव ने विवि प्रशासन से जताई सख्त नाराजगी

- बुधवार को विवि का निरीक्षण करने आए अपर मुख्य सचिव ने अधिवक्ता डॉक्टर अरुण दीक्षित के भुगतान संबंधी फाइलों पर ली जानकारी

आगरा। बुधवार को कुलाधिपति के अपर मुख्य सचिव सुधीर एम बोबड़े विश्वविद्यालय में निरीक्षण पर आए। वह अपने साथ एक कागज पर कई शिकायतें लिखकर लाए थे। उन्होंने परीक्षा से एक रात पहले तक सेंटर बदले जाने पर नाराजगी व्यक्त की। इसके साथ ही यह भी पूछा कि आधे अधूरे रिजल्ट क्यों निकालते हो। उन्होंने विश्वविद्यालय के विधिक सलाहकार अरुण दीक्षित के द्वारा शिकायत किए जाने के बाद उनकी भुगतान संबंधी फाइलों पर भी पूछताछ की। देर शाम वह विश्वविद्यालय से लखनऊ के लिए रवाना हो गए।

कुलाधिपति के अपर मुख्य सचिव सुधीर एम बोबडे बुधवार सुबह विश्वविद्यालय में पहुंचे। उनके साथ कुलाधिपति के विशेष कार्यअधिकारी डॉक्टर पंकज एल जानी भी साथ में थे। अपर मुख्य सचिव ने सबसे पहले उन्होंने बृहस्पति भवन में विश्वविद्यालय के अधिकारियों और शिक्षकों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने समर्थ पोर्टल को लेकर कहा कि आखिर इसमें क्या समस्या आ रही है। इसे लागू क्यों नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा जो भी समस्याएं हैं, लिखकर दे दीजिए। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि इस बार प्रवेश और एग्जाम संबंधी सभी काम इसी पोर्टल से होगा।

इसके बाद उन्होंने नाराज होते हुए कहा कि आखिर विश्वविद्यालय में सेंटर क्यों बदले जाते हैं? एक दिन पहले तक रात में केंद्र बना दिए जाते हैं। एक दिन पहले तक फॉर्म भरे जाते हैं। आखिर यह सब क्या हो रहा है। किसी प्रोफेसर ने कहा कि जन प्रतिनिधि का दबाव आने पर एक दिन पहले रात तक केंद्र बना और बदल दिए जाते हैं। इस पर उन्होंने कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि के दबाव में आने की आवश्यकता नहीं है, जो सही है वही करें। आपकी नीति पारदर्शी होनी चाहिए।

एक दिन पहले तक फॉर्म भरने के बारे में भी उन्होंने पूछा। इस पर उन्हें बताया गया कि यह पेनाल्टी लगाकर भरवाए जाते हैं। इस पर उन्होंने यही कहा कि अगर पेनाल्टी लगा रहे हो तो पहले से तय कर लो हर चीज पहले से छात्रों को और कॉलेज वालों को पता होनी चाहिए। अचानक से उसे मत करो। अपनी व्यवस्था को पारदर्शी बनाओ। विश्वविद्यालय में चल रहे निर्माण कार्यों के बारे में भी उन्होंने जानकारी ली।

इसके बाद उन्होंने गेस्ट हाउस में विश्वविद्यालय से कार्य विरत किये गए विधिक सलाहकार डॉक्टर अरुण कुमार दीक्षित की भुगतान संबंधी फाइलों की जानकारी ली। उनकी शिकायत के एक-एक बिंदु के बारे में पूछा। इसके बाद उन्होंने एक-एक कर कर्मचारियों को भी बुलाया और उनसे भी कई बिंदुओं पर जानकारी ली। गेस्ट हाउस से वह छलेसर कैंपस में निरीक्षण पर पहुंचे। यहां से लखनऊ के लिए रवाना हो गए। 

 

SP_Singh AURGURU Editor