250 करोड़ के सीवर प्रोजेक्ट में घोटाला हुआ है, पेमेंट रोकिए, सदन में उठी आवाज़
नगर निगम सदन में मंगलवार को पार्षदों ने जमकर भड़ास निकाली। सीवर लाइन में घोटाले, जनकपुरी के कार्यों में पार्षदों की अनदेखी, जन्म प्रमाण पत्र में देरी सहित नाली, सड़क और खरंजा जैसे काम न होने पर पार्षदों ने आक्रोश जाहिर किया।

जन्म प्रमाण पत्र का अधिकार नगर निगम को देने, जनकपुरी के कार्य, टोरेंट की खुदाई और वार्डों में निर्माण कार्य न होने पर पार्षद ने निकाली भड़ास
आगरा। नगर निगम सदन में आज कई ऐसे गंभीर मुद्दे उठे जिनसे एक बड़ा घपला उजागर हुआ। जन्म प्रमाण पत्र बनवाने में लोगों को आ रही दिक्कतों की आवाज भी सदन में सुनाई पड़ी। टोरेंट पावर द्वारा की जाने वाली खुदाई और जनकपुरी के कार्यों में पार्षदों की अनदेखी पर भी सवाल उठे। अधिकांश पार्षदों की यह शिकायत थी कि उनके क्षेत्र में नाली, सड़क, खरंजे जैसे मामूली काम भी नहीं हो रहे हैं।
नगर निगम का बहुप्रतीक्षित अधिवेशन आज निगम के सदन कक्ष में हुआ। लंबे गैप के बाद हुए इस अधिवेशन में पार्षदों ने जमकर अपनी भड़ास निकाली और अधिकारियों को आड़े हाथ लिया। पार्षद जरीना बेगम तो इतने गुस्से में थीं कि उन्होंने सदन में ही केरोसिन छिड़ककर जान देने का तक का ऐलान कर दिया।
वरिष्ठतम पार्षद रवि माथुर ने शहर के वेस्टर्न जोन में मनीषा कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा डाली गई सीवर लाइन में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया। रवि माथुर का कहना था कि इस सीवर लाइन को डालने के ढाई सौ करोड़ के प्रोजेक्ट का काम मनीषा कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला था। लेकिन जल निगम के अधिकारियों ने इसमें से 100 करोड़ के काम ईईएसएल नमक दूसरी कंपनी को दिलवा दिए।
रवि माथुर ने सदन में कहा कि इन दोनों ही कंपनियों ने ढाई सौ करोड़ के इस प्रोजेक्ट में हद दर्जे की लापरवाही बरती है। इनके द्वारा बनाए गए मैनहोल खराब हैं। जिन सड़कों पर सीवर लाइन डाली गई है, वे सड़कें धंस रही हैं। यही नहीं, चौड़ी सड़क होने के बावजूद ईईएसएल से बगैर खुदाई के लाइन डलवाई गई, जिसका खर्चा 10 गुना आता है।
श्री माथुर ने कहा कि सीवर लाइन से भवनों का कनेक्शन करने में भी बड़े पैमाने पर घोटाला किया हुआ है। उदाहरण के तौर पर किसी मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में 100, 200 या 300 फ्लैट हैं तो उसका एक कनेक्शन का भुगतान होना चाहिए, लेकिन इन्होंने अपार्टमेंट के फ्लैट्स की संख्या के आधार पर भुगतान प्राप्त किया।
रवि माथुर की मांग पर सदन में फैसला लिया गया की मनीषा कंस्ट्रक्शन कंपनी को पेमेंट नहीं किया जाएगा। यही नहीं कंपनी पर पेनल्टी लगाने के साथ उसे ब्लैकलिस्ट भी किया जाएगा। इस बारे में शासन को भी लिखा जाएगा।
रवि माथुर के ही एक प्रस्ताव पर सदन ने फैसला लिया कि शासन को जन्म प्रमाण पत्र के बारे में यह लिखा जाएगा कि जन्म प्रमाण पत्र जारी करने का अधिकार नगर निगम को दिया जाए। अभी नगर निगम से सारी औपचारिकताएं पूरी कर एसडीएम के पास भेजी जाती हैं, जहां से जन्म प्रमाण पत्र जारी होता है। एसडीएम के यहां से प्रमाण पत्र जारी होने में बहुत लंबा वक्त लग रहा है, जिससे लोग परेशान हो रहे हैं।
रवि माथुर ने यह भी मांग की कि प्रत्येक पार्षद को दस दस सफाई कर्मचारी दिए जाएं, ताकि वे जरूरत के हिसाब से अपने-अपने वार्ड में सफाई कार्य करवा सकें। नसबंदी के बाद भी बंदरों और कुत्तों की बढ़ती संख्या पर भी पार्षद रवि बातों ने सवाल उठाए।
सदन में भाजपा पार्षद राकेश कन्नौजिया ने जनकपुरी में निगम पार्षदों की अनदेखी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जनकपुरी के आयोजन की तैयारी में नगर निगम करोड़ों रुपये खर्च करता है पर आयोजन समिति पार्षदों की अनदेखी करती रही। उन्हें विधिवत निमंत्रित तक नहीं किया। उनके समर्थन में अन्य पार्षद भी सुर में सुर मिलाते हुए हंगामा करने लगे।
मेयर ने पार्षदों की अनदेखी को गंभीरता से लिया। तय किया कि अब जनकपुरी में स्थानीय पार्षद की सिफारिश पर ही नगर निगम कार्य कराएगा।
सदन में पार्षदों ने शास्त्रीपुरम और हाइवे पर बारिश में जलभराव का मुद्दा भी उठाया। मेयर हेमलता ने नगर आयुक्त को निर्देश दिए कि वह हाइवे के नालों की सफाई के लिए एनएचएआई को पत्र लिखें।
टोरंट द्वारा शहर में जगह जगह खुदाई सही से न करने के मुद्दे पर मेयर ने निर्देश दिए कि टोरंट खुदाई के लिए अब नगर निगम से ही अनुमति ले। अभी तक टोरंट पार्षदों का पत्र लेकर खुदाई कर देता है। पर अब कंपनी को निर्धारित राशि जमा कराकर अनुमति दी जाएगी।
भाजपा पार्षद राकेश जैन, शरद चौहान, प्रकाश केसवानी, हेमंत प्रजापति, अनुराग चतुर्वेदी और बसपा पार्षद बंटी माहौर, सोहेल कुरेशी तथा कप्तान सिंह आदि ने इस बात को उठाया कि उनके क्षेत्र में सड़क, नाली, खरंजा और स्ट्रीट लाइट जैसे छोटे-मोटे काम भी रुके हुए हैं। इन पार्षदों की बातों का अन्य पार्षदों ने भी समर्थन किया। इस पर मेयर और नगर आयुक्त ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।