ईश्वर को जानने के लिए पहले खुद को जानिए-अतुल कृष्ण भारद्वाज
आगरा। डिफेंस एस्टेट फेस-1 स्थित श्रीराम पार्क में राजेंद्र प्रसाद गोयल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन कथा व्यास अतुल कृष्ण भारद्वाज ने भगवान श्री कृष्ण लीला के प्रसंगों को प्रस्तुत किया। रुक्मणि प्रसंग सुनकर भक्त भाव विह्वल दिखे।

इस अवसर पर मुख्य यजमान सुनील गोयल और श्वेता गोयल ने व्यास पूजन किया। कथा व्यास अतुल कृष्ण भारद्वाज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की ओर से की गई रासलीला जीव एवं परमात्मा के मिलन का रास्ता दिखाती है। गोपी यानी जीवात्मा, कृष्ण अर्थात ईश्वर परमात्मा ने रास रचाया।
कथा व्यास ने आगे कहा कि हम परमात्मा को चाहते हैं, परन्तु अपने चारों ओर अनेक प्रकार के आडम्बर को फैलाए रखते हैं। यदि ईश्वर को जानना अथवा पाना है तो सबसे पहले अपने आपको जानना पड़ेगा और अपने ऊपर पड़े हुए मोह के परदे को हटाना पड़ेगा।
कथा के दौरान व्यास जी ने कंस वध, उद्धव गोपी संवाद और रुक्मिणी मंगल लीला प्रसंगों को प्रस्तुत किया। कथा में दीपक गोयल, तनु गोयल, रवि गोयल, आरती गोयल, मनमोहन गोयल, पवन गोयल, भगवान दास बंसल, विष्णु दयाल बंसल, कल्याण प्रसाद मंगल, राजेश मित्तल आदि उपस्थित रहे।
कथा आयोजक पंकज बंसल ने बताया कि बुधवार को सातवें दिन श्रीकृष्ण विवाह, सुदामा चरित्र एवं शुकदेव विदाई प्रसंग के साथ फूलों की होली होगी।