पत्रकार से पाला पड़ा तो अपने ही बुने जाल में उलझ गया पाकी पंजाबी
आगरा। आजकल डिजिटल अरेस्ट की बढ़ती घटनाओं ने बुद्धिजीवी वर्ग को सतर्क व सावधान कर रखा है। हालांकि साइबर क्राइम करने वाले भी लगातार लोगों को अपने जाल में फंसाने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। आगरा में जरा सी सावधानी से डिजिटल अरेस्ट करने वाले ने ख़ुद ही अपना माथा पीट लिया और पागल कहकर फोन काट दिया।

- वरिष्ठ पत्रकार ब्रज खंडेलवाल को डिजिटल अरेस्ट करने की चाल कामयाब न हो पाई
मामला वरिष्ठ पत्रकार ब्रज खंडेलवाल से जुड़ा है। उनके पास आज दोपहर में उनके मोबाइल पर +923258793211 से वीडियो काल आया। फोन उठाते ही उन्होंने देखा कि डीपी पर पुलिस वाले की फोटो लगी हुई थी। इस पर वह एक बार तो चौंके और घबराए भी।
ब्रज खंडेलवाल ने बताया कि फोन करने वाला बड़े सख्त लहजे में बोल रहा था। फिर मैंने सोचा इसको बातों में उलझाऊं। उसने बेटे का हवाला देते हुए मुझसे उसका नाम पूछा। खंडेलवाल ने उसका नाम अनिल और उम्र 16 साल बताई। वो बोला सही है, सोलह सत्रह का ही लग रहा है। वो बोला बातूनी है, मैंने कहा गूंगा था, खो गया था।
दूसरी तरफ से उसने कहा कि गलत काम में पकड़ा गया है, सीरियस मामला है। बकौल खंडेलवाल, मैंने कहा घुमाओ फिराओ, खातिर करो, फिर कूटना। यह सुनते ही उसने पागल कहकर फोन काट दिया। उसका एक्सेंट पाकी पंजाबी था। थाने का नाम नहीं बता रहा था।
हकीकत यह है कि ब्रज खंडेलवाल के कोई पुत्र है ही नहीं। इसलिये डिजिटल अरेस्ट करने वाले की दाल नहीं गल पाई।