आगराः कुएं में समा गया मासूम रिहांश, पांच साल के बच्चे को बचाया न जा सका, बाकंदा खास में मातम

किरावली तहसील के गांव बाकंदा खास में शुक्रवार दोपहर खेलते-खेलते एक मासूम की हंसी हमेशा के लिए थम गई। पांच वर्षीय रिहांश के कुएं में गिरने और घंटों चले बचाव अभियान के बाद भी उसकी जान नहीं बच सकी। यह हादसा न केवल एक परिवार बल्कि पूरे गांव के दिल को चीर गया। हर आंख नम है, हर घर में सन्नाटा पसरा है। हालांकि अभी बालक का शव बाहर नहीं निकाला जा सका है, क्योंकि कुएं से जितना पानी खींचा जा रहा है, उससे ज्यादा पानी फिर से भर जाता है। रेस्क्यू ऒपरेशन सुबह 11 बजे से रात आठ बजे तक जारी था।

Oct 31, 2025 - 19:50
Oct 31, 2025 - 20:05
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आगराः कुएं में समा गया मासूम रिहांश, पांच साल के बच्चे को बचाया न जा सका, बाकंदा खास में मातम
मासूम रेहांश, जिसकी कुंए में गिरने से मौत हो गई।

वह कुंआ, जिसमें गिरने के बाद पांच साल के मासूम की मौत हुई। 

किरावली। शुक्रवार दोपहर वाकंदा खास गांव में हुई इस दर्दनाक घटना ने हर किसी को झकझोर दिया। जानकारी के अनुसार, रिहांश अपने घर के पास दोस्तों संग खेल रहा था। खेलते-खेलते वह फुटबॉल के पीछे भागते हुए खेतों के पास बने एक गहरे कुएं के करीब जा पहुंचा। अचानक उसका पैर फिसल गया और वह करीब 40 फुट गहरे पानी से भरे कुएं में जा गिरा।

पिता रामगोपाल उस समय खेत पर आलू की बुवाई कर रहे थे। बच्चे के गिरने की खबर मिलते ही उन्होंने चीख-पुकार मचाई। तुरंत गांव के लोग मौके पर इकट्ठे हो गए और सूचना पुलिस व प्रशासन को दी गई।

युद्धस्तर पर चला बचाव अभियान

घटना की सूचना मिलते ही किरावली एसएचओ नीरज कुमार, नायब तहसीलदार राजपाल सिंह, एसीपी देवेंद्र कुमार सिंह, फायर ब्रिगेड अधिकारी, अग्निशमन दल के सर्कल ऑफिसर देवेंद्र कुमार व राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंचीं।

बचाव कार्य में बड़े पंप सेटों और ट्रैक्टरों की मदद से कुएं का पानी लगातार निकाला गया। स्थानीय विधायक चौधरी बाबूलाल भी घटना स्थल पर पहुंचे और राहत कार्यों की निगरानी की।

घंटों की कोशिशें हुईं बेअसर

करीब चार घंटे तक लगातार चले ऑपरेशन के बाद भी रिहांश को जीवित नहीं निकाला जा सका। जब नौ घंटे बाद भी शरीर बाहर नहीं निकाला जा सका तो पूरे गांव में सन्नाटा छा गया। मां-बाप की चीखें सुनकर हर किसी का कलेजा फट पड़ा। कुंए में बच्चे की कोई हलचल भी नहीं नजर आ रही, इसलिए सभी ने मान लिया है कि बच्चा अब इस दुनिया में नहीं रहा। अब प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती मासूम के शव को बाहर निकालने की है। फायर सर्विस की गाड़ियों से जितना पानी खींचा जा रहा था, कुएं के स्रोत से उतना ही पानी फिर से भर जा रहा था, इसलिए बच्चे को तलाशने में दिक्कत आ रही है। एनडीआरएफ की टीमें भी मौके पर पहुंच चुकी हैं।  

गांव में पसरा मातम, बुझा हर घर का चूल्हा

घटनास्थल पर मौजूद बाकंदा खास के के गमगीन लोग। 

मासूम रिहांश अपने पीछे 9 वर्षीय भाई शुभम और 7 वर्षीय बहन दीया को छोड़ गया है। पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। किसी घर में चूल्हा नहीं जला, हर गली में मातम का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से खुले कुंओं पर सुरक्षा घेरा लगाने की मांग की है ताकि ऐसी त्रासदी दोबारा न हो।

-किरावली से रवींद्र लवानिया की रिपोर्ट

SP_Singh AURGURU Editor