गोल्डन वॉरियर्स वॉक में दिखा गजब का जोश

आगरा। ठंडी सुबह, हल्की धूप और मैदान में उमड़ा हौसले से भरा हुजूम। कुछ लोग अपने दर्द से आज़ाद होकर नई जिंदगी की ओर बढ़ रहे थे, तो कुछ उन्हें देखकर अपने डर को पीछे छोड़ने का हौसला बटोर रहे थे। सीनियर जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. धीरज दुबे की पहल पर आयोजित गोल्डन वॉरियर्स वॉक में वे सभी लोग शामिल हुए, जिन्होंने जोड़ प्रत्यारोपण के बाद नई ऊर्जा पाई है। इस वॉक को अभिनेता सुरेंद्र पाल सिंह, राज्यमंत्री धर्मेंद्र प्रजापति और डॉ. धीरज दुबे ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

Mar 9, 2025 - 20:31
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गोल्डन वॉरियर्स वॉक में दिखा गजब का जोश
गोल्डन वॉरियर्स वॉक में शामिल हुए लोग

जोड़ प्रत्यारोपण करा चुके लोगों ने दी नई जिंदगी की प्रेरणा

एकलव्य स्टेडियम में हुई वॉक, 400 से अधिक लोगों ने लिया भाग

एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम, आगरा के मैदान में आयोजित इस वॉक में सभी प्रतिभागियों का जोश देखते ही बन रहा था।

वॉक में जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी करा चुके लोगों ने वॉक कर उन लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जो जोड़ों की तकलीफ तो झेल रहे थे, लेकिन सर्जरी कराने से डर रहे हैं। कार्यक्रम की शुरुआत जुंबा डांस और स्ट्रेचिंग से हुई, जिससे प्रतिभागियों में जोश भर गया। सभी ने बॉलीवुड के गानों पर जमकर डांस किया। 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोग, जो पहले चलने में असमर्थ थे, अब आत्मविश्वास के साथ कदम बढ़ाते दिखे। इस दौरान लोगों ने डॉ. धीरज दुबे के साथ अपने अनुभव भी साझा किए। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को मेडल भी मिले।

स्वास्थ्य के बिना कुछ नहीं, इसे सहेज कर रखें: सुरेंद्र पाल सिंह

मुख्य अतिथि अभिनेता सुरेंद्र पाल सिंह ने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य ही सबसे बड़ी संपत्ति है। इसे सहेज कर रखें, क्योंकि इसके साथ ही आप अपने जीवन का एक-एक पल आनंद ले सकेंगे। उन्होंने गोल्डन वॉरियर्स वॉक पहल की सराहना करते हुए कहा कि जब युवा अपने बड़ों को अपनी हेल्थ के लिए इतना जागरूक देखेंगे तो वे भी अभी से इसके लिए गंभीर हो जाएंगे।

जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी से जुड़े मिथकों के प्रति किया जागरूक

इस दौरान डॉ. धीरज दुबे ने जोड़ प्रत्यारोपण को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर किया। उन्होंने बताया कि यह सर्जरी केवल बुजुर्गों के लिए नहीं, बल्कि किसी भी उम्र के जरूरतमंद व्यक्ति के लिए हो सकती है। प्रत्यारोपण के बाद जीवनभर सावधानी बरतने की जरूरत नहीं होती, बल्कि सही देखभाल और व्यायाम से व्यक्ति सामान्य जीवन जी सकता है। कई लोग मानते हैं कि सर्जरी के बाद घुटने कमजोर हो जाते हैं, जबकि सच्चाई यह है कि आधुनिक तकनीकों से बनाए गए प्रत्यारोपण लंबे समय तक चलते हैं और व्यक्ति को मजबूती व गतिशीलता प्रदान करते हैं। यह भी गलतफहमी है कि ऑपरेशन के बाद लंबे समय तक बिस्तर पर रहना पड़ता है, जबकि अधिकतर मरीज 24 घंटे के भीतर चलने लगते हैं और कुछ हफ्तों में सामान्य जीवन जीने लगते हैं। कार्यक्रम में सर्वी इवेंट्स के प्रबंध निदेशक अंजुल कुलश्रेष्ठ ने सभी का आभार व्यक्त किया।