आठवीं पास फर्जी सिपाही महिला कांस्टेबलों का शारीरिक ही नहीं आर्थिक शोषण भी कर रहा था

बरेली। महिला सिपाहियों का यौन शोषण करने वाला फर्जी पुलिसकर्मी राजन वर्मा आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। आठवीं पास राजन काफी शातिर था और महिला सिपाहियों को अपने जाल में फंसाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाता था। लखीमपुर खीरी जिले के मिदनिया गढ़ी का यह युवक इन्हीं महिला सिपाहियों के पैसों पर ऐश भी करता था। उसने करीब 12 महिला सिपाहियों को झांसा देकर उनसे शारीरिक संबंध बनाए तथा उनसे लाखों रुपये भी हड़प लिए। कुछ महिला सिपाहियों के आधार नंबर लेकर उसने लोन भी ले लिए थे। इसका खुलासा तब हुआ, जब यहां तैनात एक महिला सिपाही ने उसकी रिपोर्ट कराई। यह महिला सिपाही भी उसके जाल में फंसी थी।

Sep 4, 2024 - 13:27
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आठवीं पास फर्जी सिपाही महिला कांस्टेबलों का शारीरिक ही नहीं आर्थिक शोषण भी कर रहा था
सोशल मीडिया पर राजन वर्मा की एक तस्वीर।

राजन वर्मा खुद को पुलिसकर्मी बताता था और ऐसी महिला सिपाहियों की तलाश में लगा रहता था, जिनकी हाल ही में नौकरी लगी हो। ऐसी महिला सिपाहियों से सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती करता था और धीरे-धीरे उनके करीब पहुंचने की कोशिश करता था। इसके बाद उन्हें शादी का झांसा देकर अपने जाल में फंसाता था। वह सोशल मीडिया पर सक्रिय रहता था और तरह-तरह के वेशभूषा में उसने अपनी तस्वीरें इस पर शेयर करता रहता था। 

एसपी सिटी राहुल भाटी का कहना है कि शादी का झांसा देकर वह इन महिला सिपाहियों से रुपये भी ऐंठता था। उस पर पहले से ही पांच मुकदमे दर्ज हैं, लेकिन शादी का झांसा देकर संबंध बनाने का एक ही मामला कोतवाली में लिखा गया है। उसके खातों की भी जांच कराई जाएगी। उसके मोबाइल फोन में कई महिला सिपाहियों से चैट और उनके फोटो मिले। आरोपी के भी कई फोटो पुलिस की वर्दी में मिले। यहां तक कि सलामी गारद देने वाली विभागीय पोशाक में उसके कई फोटो मोबाइल में थे, जिन्हें वह सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर लगाकर रखता था। 

राजन वर्मा लखीमपुर खीरी में पेठे की फैक्टरी चलाता था। सिपाही की नौकरी लगवाने के नाम पर कथित पुलिसकर्मी सुनील गुप्ता  खुद को एसओजी का सिपाही बता कर एक युवक से पांच लाख रुपये ठग लिए थे। इसके बाद राजन वर्मा ने भी खुद को पुलिसवाला ही मान लिया और महिला पुलिसकर्मियों को फंसाने का खेल शुरू कर दिया। उसने  एसपी सिटी राहुल भाटी को  बताया  कि वह उप्र पुलिस की बेवसाइट खोलना सीख गया था। इसके जरिये वह वर्मा सरनेम वाली अविवाहित महिला सिपाहियों के नाम-पते छांटकर उनसे दोस्ती करता था। राजन ने एक सिपाही से शादी भी की थी। जब उक्त सिपाही को उसके बेरोजगार होने का पता चला तो उसने दूरी  बना ली।  राजन ने 12 महिला सिपाहियों का  यौन शोषण किया और कई अन्य महिलाओं को अपनी हवश का शिकार बनाया।  कथित सिपाही सुनील गुप्ता के साथ रहने के दौरान राजन की कई पुलिसवालों से दोस्ती हो गई और वह उन्हीं की तरह रहन-सहन सीख गया।  

इसके बाद बरेली में कार्यरत एक महिला सिपाही ने 13 जुलाई को उसके खिलाफ आरोप पंजीकृत कराया। इसके बाद उसे कल उसके गांव से गिरफ्तार किया गया। उसे जेल भेज दिया गया है।