एसएन में रीकैनालाइजेशन के बाद सफलतापूर्वक ट्रिपलेट डिलीवरी
आगरा। आज चिकित्सा विज्ञान में निरंतर प्रगति के कारण असंभव भी संभव होने लगा है। एसएन मेडिकल कॉलेज में भी असंभव को संभव बनाने वाला एक काम हुआ है। एसएन की डॊक्टरों के प्रयासों से एक ऐसी महिला ने तीन स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया है, जिसकी नसबन्दी हो चुकी थी। मेडिकल कॊलेज की डॊक्टर रीकैनालाइजेशन (नसबंदी खोलकर) कराकर ट्रिपलेट (तीन स्वस्थ्य बच्चियों) को इस दुनिया में लाने में कामयाब रहीं।

-मेडिकल कालेज के स्त्री रोग विभाग ने हासिल की है यह दुर्लभ उपलब्धि
यह उन दंपत्तियों के लिये भी आशा की किरण है, जो रीकैनालाइजेशन द्वारा पुनः संतान सुख की इच्छा रखते हैं। इस जटिल ऑपरेशन को एसएन मेडिकल कॉलेज की स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की चिकित्सकों की टीम डॉ. रिचा सिंह, डॉ. पूनम यादव एवं डॉ. अभिलाषा यादव द्वारा फरवरी 2024 में सफलतापूर्वक किया गया।
रीकैनालाइजेशन के ऑपरेशन के पश्चात गर्भवती होने की संभावना 40-50 फीसदी होती है। स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में ऑपरेशन के पश्चात महिला जुलाई, 2024 में गर्भवती हो गई और अगस्त में डॉक्टरों द्वारा गर्भ में तीन बच्चे होने की पुष्टि की गई।
गर्भवती महिला व उसका परिवार सभी खुश थे। स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के कुशल डाक्टरों के नेतृत्व में गर्भवती महिला का पूरा ध्यान रखा गया और उसकी नार्मल डिलीवरी दो मार्च 2025 को सफलतापूर्वक करा दी गई। नवजात शिशुओं का वजन 1.900 किग्रा, 1.800 किग्रा एवं 1.600 किग्रा है। मां एवं तीनों बच्चियां स्वस्थ हैं और चिकित्सकीय देखभाल में हैं।
एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ प्रशांत गुप्ता ने इस सफलता पर खुशी जताते हुए कहा कि हमारे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की टीम की उपलब्धि से मरीज़ लाभान्वित हो रहे हैं।