यूपी महिला आयोग का निर्णयः ऑटो, ओला-उबर टैक्सी में ड्राइवर की पहचान सार्वजनिक करना अनिवार्य  

लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग ने महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनज़र ऑटो, ओला-उबर व अन्य टैक्सी सेवाओं में ड्राइवर की पहचान सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करना अनिवार्य करने की सिफारिश की है। आयोग ने इस संबंध में डीजीपी उत्तर प्रदेश और परिवहन मंत्री को औपचारिक पत्र भेजा है, जिसमें मांग की गई है कि सभी सार्वजनिक वाहनों की ड्राइवर सीट के पीछे ड्राइवर का नाम, मोबाइल नंबर और आईडी प्रूफ स्पष्ट रूप से चिपकाया जाए ताकि किसी भी आपात स्थिति में यात्री, खासकर महिलाओं को त्वरित सहायता मिल सके।

May 26, 2025 - 19:49
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यूपी महिला आयोग का निर्णयः ऑटो, ओला-उबर टैक्सी में ड्राइवर की पहचान सार्वजनिक करना अनिवार्य   
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की लखनऊ में हुई बैठक और कार्यशाला में मौजूद अध्यक्ष डॊ. बबीता सिंह चौहान, उपाध्यक्षद्वय एवं सदस्यगण। दूसरे चित्र में लोकमाता अहिल्याबाई के चित्र के समक्ष दीप जलातीं अध्यक्ष एवं उपाध्यक्षद्वय।

-महिला सुरक्षा को लेकर यूपी राज्य महिला आयोग की कार्यशाला और बैठक में लिया गया अहम निर्णय, डीजीपी व परिवहन मंत्री को भेजी चिट्ठी

यह महत्वपूर्ण निर्णय राज्य महिला आयोग की मासिक बैठक और कार्यशाला के दौरान लिया गया, जो सोमवार को महिला अपराधों के निस्तारण में पुलिस विभाग की भूमिका विषय पर आयोजित की गई थी। कार्यशाला की शुरुआत आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान, उपाध्यक्ष श्रीमती अपर्णा यादव एवं श्रीमती चारू चौधरी द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई।

त्रिशताब्दी वर्ष संगोष्ठी से हुई शुरुआत

कार्यशाला की शुरुआत पुण्यश्लोक राजमाता अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी स्मृति वर्ष के उपलक्ष्य में संगोष्ठी के आयोजन से हुई। इस दौरान उनके चित्र पर माल्यार्पण कर सती प्रथा उन्मूलन, महिला शिक्षा प्रसार जैसे सामाजिक सुधार कार्यों के लिए उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया।

महिला अपराधों पर जागरूकता और योजनाएं

कार्यशाला के प्रथम सत्र में अपर पुलिस अधीक्षक (अपराध) श्रीमती रुक्मणि वर्मा और पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) विनोद कुमार यादव ने प्रदेश में महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों, उनकी रोकथाम और महिला सुरक्षा योजनाओं की जानकारी दी।

1090, महिला हेल्प डेस्क, पिंक बूथ, आशा ज्योति केंद्र, एसिड अटैक सहायता, और रानी लक्ष्मीबाई सम्मान कोष जैसी योजनाओं की कार्यप्रणाली को विस्तार से समझाया गया।

जनसुनवाई और निरीक्षणों की समीक्षा

द्वितीय सत्र में आयोग की सदस्यगणों द्वारा विभिन्न जनपदों में की गई महिला जनसुनवाई और निरीक्षण गतिविधियों की समीक्षा की गई तथा आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा पर चर्चा हुई। सदस्य सचिव श्रीमती सुधा वर्मा ने सभी पदाधिकारियों को धन्यवाद देते हुए बैठक का समापन किया।

प्रमुख उपस्थिति ये रही

कार्यक्रम में महिला आयोग अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान, उपाध्यक्ष श्रीमती अपर्णा यादव, श्रीमती चारू चौधरी  तथा सदस्यगण श्रीमती हिमानी अग्रवाल, श्रीमती सुनीता श्रीवास्तव, श्रीमती अंजू प्रजापति, श्रीमती पूनम द्विवेदी, श्रीमती अनीता गुप्ता, श्रीमती अनुपमा सिंह लोधी, श्रीमती सुजीता कुमारी, श्रीमती मीना कुमारी, श्रीमती नीलम प्रभात, श्रीमती गीता बिन्द, श्रीमती पुष्पा पाण्डेय, डॊ. प्रियंका मौर्य, श्रीमती मीनाक्षी भराला, श्रीमती ऋतु शाही, श्रीमती सुनीता सैनी, श्रीमती एकता सिंह, श्रीमती अर्चना पटेल, श्रीमती प्रतिभा कुशवाह, श्रीमती रेनू गौड, श्रीमती मनीषा अहलावत, श्रीमती सपना कश्यप, श्रीमती संगीता जैन, अपर पुलिस अधीक्षक, अपराध श्रीमती रुक्मणि वर्मा एवं पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय विनोद कुमार यादव सहित अधिकारी उपस्थित रहे।

SP_Singh AURGURU Editor