लॉर्ड्स में जडेजा का जुझारू जादूः कोचों की सामूहिक राय– टीम के लिए वे अनमोल रत्न
लंदन। लॉर्ड्स टेस्ट भले ही टीम इंडिया के हाथ से निकल गया हो, लेकिन इस मुकाबले में रवींद्र जडेजा ने जिस जुझारू अंदाज में बल्लेबाज़ी की, उसने हर किसी को उनका मुरीद बना दिया। भारतीय टीम के नए मुख्य कोच गौतम गंभीर ने उनकी पारी को अविश्वसनीय बताते हुए उन्हें टीम का सबसे मूल्यवान खिलाड़ी घोषित किया है।

जडेजा ने मैच के आखिरी दिन 181 गेंदों पर नाबाद 61 रन बनाए और भारत की हार को टालने की भरपूर कोशिश की। जब टीम का स्कोर बिखर रहा था और शीर्षक्रम 40 ओवर से भी कम समय में पवेलियन लौट चुका था, तब जडेजा ने निचले क्रम के साथ मोर्चा संभाला। उन्होंने जसप्रीत बुमराह (5 रन, 54 गेंद) और मोहम्मद सिराज (4 रन, 30 गेंद) के साथ साझेदारी कर लगभग असंभव सी लगती चुनौती को कड़ा बना दिया।
कोचों की नजर में 'जड्डू' सबसे खास
गंभीर ने बीसीसीआई द्वारा जारी वीडियो में कहा, यह वास्तव में अविश्वसनीय था। जिस प्रकार से जड्डू ने मुश्किल हालात में टिककर बल्लेबाज़ी की, वह युवाओं के लिए एक मिसाल है। वहीं, सहायक कोच रेयान टेन डोएशे ने जडेजा की बल्लेबाज़ी की परिपक्वता की तारीफ करते हुए कहा, उनका डिफेंस और मानसिक मजबूती एकदम अलग स्तर पर पहुंच चुकी है। पिछले दो टेस्ट मैचों में उन्होंने जिस संयम का परिचय दिया है, वह कमाल है।
बल्लेबाज़ी कोच सीतांशु कोटक ने कहा, हमेशा मानता रहा हूं कि जडेजा में दबाव झेलने की अनूठी क्षमता है। वह ऐसी परिस्थितियों में वही करते हैं जो टीम को चाहिए होता है। तेज़ गेंदबाज़ सिराज ने कहा, उनके जैसा खिलाड़ी दुर्लभ होता है। हम खुशकिस्मत हैं कि वह हमारे साथ हैं।
श्रृंखला में पिछड़ा भारत, पर आत्मबल में बढ़त
भारत यह टेस्ट 22 रन से हार गया और पांच मैचों की श्रृंखला में 1-2 से पीछे हो गया, लेकिन जडेजा के प्रदर्शन ने हार में भी उम्मीद की किरण जगा दी है।