कल्पतरु का जिन्न फिर बाहर, बीजेपी विधायक पूरन प्रकाश से ईडी की घंटों पूछताछ
जेकेएस राना के निधन के बाद माना जा रहा था कि उनके कल्पतरू समूह का मामला ठंडे बस्ते में चला गया है, लेकिन यह एक बार फिर ईडी के रडार पर आ गया है। इसी क्रम में मथुरा की बलदेव सीट के विधायक पूरन प्रकाश से ईडी ने लखनऊ में आठ घंटे तक पूछताछ की है।

आगरा/मथुरा/लखनऊ। मथुरा की बलदेव विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक पूरन प्रकाश कल्पतरु मामले में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के निशाने पर आ गए हैं। बीते दिन ईडी ने उन्हें लखनऊ स्थित ज़ोनल कार्यालय में तलब कर लगभग आठ घंटे तक पूछताछ की है।
बीजेपी विधायक को ईडी ने कल्पतरु ग्रुप के स्वामी जेकेएस राना से कथित लेन-देन के मामले में तलब किया गया था। ईडी ने कल्पतरु और उनके बीच हुए करोड़ों रुपये के लेन-देन को लेकर सवालों की झड़ी लगा दी। ईडी अधिकारी क़रीब आठ घंटे तक विधायक से सवाल दर सवाल करते रहे।
बता दें कि कल्पतरु समूह के मालिक जेकेएस राना का कोरोना काल में निधन हो चुका है। यह समूह रीयल एस्टेट के अलावा फाइनेंस समेत कई अन्य व्यवसायों में संलग्न था। समूह ने कल्पतरु एक्सप्रेस नाम से एक समाचार पत्र भी प्रकाशित किया था। ग्रुप फाइनेंस के काम में सेबी से अनुमति न लेकर बैंकिंग जैसी गतिविधियां चलाई जा रही थीं। सेबी ने ही इस मामले में जांच शुरू की थी। इसके बाद कल्पतरु ग्रुप के एक के बाद एक मामले सामने आने लगे थे।
विधायक पूरन प्रकाश ने ईडी द्वारा बुलाए जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि वर्ष 2008 में उन्होंने जवाहर सिंह और राधेश्याम को अपना कोल्ड स्टोरेज बेचा था, जो बेटे के नाम था। दोनों खरीदार वर्ष 2013 तक भुगतान नहीं कर सके। इन दोनों ने कोल्ड आगे कल्पतरु के किसी राना को बेच दिया था। पूरा भुगतान होने बाद उनके बेटे ने रजिस्ट्री कर दी थी। उन्होंने कहा कि वह राना को जानते तक नहीं थे। साथ ही बताया कि उन्होंने ईडी को मय साक्ष्य लिखित में जवाब दे दिया है।
ग्रुप के संचालक जेकेएस राना की मौत के बाद लग रहा था कि मामला ठंडे बस्ते में चला गया है पर ईडी द्वारा विधायक पूरन प्रकाश को पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद इस समूह से जुड़े रहे अन्य लोगों में भी बेचैनी पैदा हो गई है।