यूपी के मंत्री रघुराज सिंह संविधान से सेक्यूलर शब्द हटवाना चाहते हैं
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री रघुराज सिंह ने भारत से संविधान की प्रस्तावना में सेक्यूलर यानी पंथनिरपेक्ष शब्द पर आपत्ति जताई है। एक न्यूज चैनल से बात करते हुए रघुराज सिंह ने कहा कि ये संविधान में यह शब्द नहीं था। उन्होंने कहा कि चिंता मत करिए, वो भी बदला जाएगा।

होली को लेकर दिए विवादित बयान पर दर्जा प्राप्त मंत्री रघुराज सिंह ने कहा कि आप लोग ये सो कॉल्ड सेक्यूलर वर्ड निकाल दीजिए। सिंह ने कहा कि संविधान में सेक्यूलर शब्द नहीं था। यही तो गड़बड़ है। बाबा साहेब के संविधान में सेक्यूलर शब्द नहीं था। संविधान को तोड़ा, मरोड़ा और पेश किया गया।
यह पूछे जाने पर बीते कई सालों से बीजेपी सरकार है क्यों नहीं संशोधन हुआ, इस पर रघुराज सिंह ने कहा कि चिंता मत करिए वो भी होगा। हम आपकी इच्छा पूर्ति करेंगे। सेक्यूलर शब्द का कोई अर्थ नहीं है। देश बाबा साहेब के बनाए संविधान से चलेगा। कांग्रेस के संविधान से नहीं। सेक्यूलर शब्द कांग्रेस का डाला हुआ है।
रघुराज सिंह के इस बयान पर जब उनसे पूछा गया कि क्या वह संविधान संशोधन की बात कर रहे हैं, दर्जा प्राप्त मंत्री ने कुछ नहीं कहा और धन्यवाद कहते नजर आए। रघुराज सिंह ने कहा कि धर्म सिर्फ हिंदू है। बाकी सब पंथ है। अपने विवादित बयान से जुड़े सवाल पर रघुराज सिंह ने कहा कि मैं मुस्लिमों को सुलगा नहीं रहा हूं, बल्कि सुझाव दे रहा हूं।
इससे पहले रघुराज सिंह ने कहा था कि रंगों से बचने के लिए तिरपाल का हिजाब पहन लें। जैसे मुस्लिम महिलाएं पहनती हैं, वैसे पुरुष भी पहनें। हिजाब पहनने से उनकी टोपी और शरीर दोनों बचा रहेगा। उन्होंने कहा कि होली में व्यवधान पैदा करने वाले प्रदेश छोड़ दें।