मालगोदाम के मामले में आगरा के जनप्रतिनिधि चुप क्यों हैं?
आगरा। सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा और रिवर कनेक्ट कैंपेन ने रेलवे मालगोदाम की जमीन बेचे जाने की डील को रिव्यू किए जाने की मांग रेल मंत्री से की है। यह काम ताज ट्रिपेजियम जोन अथॊरिटी से कराया जाए। दोनों संगठनों का मानना है कि डिसइन्वेस्टमेंट के नाम पर बिल्डर को जमीन दिया जाना ताजमहल और आगरा के नागरिकों के हितों के विरुद्ध है।

-सिविल सोसाइटी और रिवर कनेक्ट कैंपेन ने की डील को रिव्यू करने की मांग
सिविल सोसाइटी और रिवर कनेक्ट कैंपेन के डॉ, देवाशीष भट्टाचार्य, जगन प्रसाद तेहरिया, शिरोमणि सिंह, अनिल शर्मा और राजीव सक्सेना ने संयुक्त प्रेसवार्ता कर कहा कि मालगोदाम की जमीन की डील की जो भी रिव्यू रिपोर्ट हो, उसे सार्वजनिक किया जाये तथा उसके आधार पर ही रेलवे आगे के कदम उठाये। दोनों संगठनों ने इस मामले में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर हैरानी जताते हुए उनसे अपेक्षा की है कि आगरा के हितों से जुड़े इस मामले में सक्रियता बरतें।
दोनों संगठनों के प्रतिनिधियों ने कहा कि कि आगरा विकास प्राधिकरण, शहर की अवस्थापना जरूरतों के संबंध में अपनी स्थिति स्पष्ट करे। रेलवे मालगोदाम को आवासीय परिसर में तब्दील करने का कार्य जिस एजेंसी ने भी किया है, यह उसका अपना मनमाना फैसला लगता है। जन आपत्तियों संबधी प्रावधान को पूरी तरह से नजरंदाज किया गया है।
रेलवे मालगोदाम के स्थान पर जो आवासीय परिसर विकसित किया जाना है, उसके बारे में प्रचारित है कि एक हजार से ज्यादा आवासीय संपत्तियां नव विकसित परिसर में बनेंगी। नागरिक संगठन जानना चाहते हैं कि क्या इसमें रहने वाले लोगों की जरूरत पूरी करने लायक पेयजल, घरेलू कार्यों के लिये पानी और सीवर संबंधी क्या इंतजाम प्रस्तावित हैं। हकीकत यह है कि इस क्षेत्र में जो भी नागरिक सुविधाएं मौजूद हैं, वह पहले ही जरूरत से कहीं कम हैं।
दोनों संगठनों ने मांग की कि रेलवे इस सेल के संबंध में आधिकारिक रूप से जानकारी दे। अब तक जो भी सूचनाएं प्राप्त हुई हैं, दूसरे माध्यमों की हैं। शहरवासी यह भी जानना चाहेंगे कि रेलवे आगरा में क्या-क्या और इन्वेस्टमेंट के नाम पर बेचने की तैयारी में है। प्रेसवार्ता में असलम सलीमी और निधि पाठक भी मौजूद थे।