संभल में हिरासत में मौत का विवाद और बढ़ा, अखिलेश बोले यूपी सरकार अंतिम दौर में

संभल। संभल जिले के नखासा थाना क्षेत्र के राया सत्ती पुलिस चौकी में कथित तौर पर हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति की मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि थाना क्षेत्र के खग्गू सराय निवासी इरफान (45) की मौत पुलिस हिरासत में हुई और पुलिस ने उसे दवा नहीं लेने दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा।

Jan 21, 2025 - 14:13
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संभल में हिरासत में मौत का विवाद और बढ़ा, अखिलेश बोले यूपी सरकार अंतिम दौर में

अब इस पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के तहत उत्तर प्रदेश के अंदर ‘हिरासत में मौत’का सिलसिला थम नहीं रहा है। हालिया मामले में संभल में पूछताछ के नाम पर घर से ले गये व्यक्ति की हिरासत में मौत होने से जनाक्रोश भड़क उठा। अन्याय करने वाली भाजपा सरकार अब अपने अंतिम दौर में है।

क्या बोली संभल पुलिस?

उधर, संभल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार ने बताया कि कल करीब साढ़े 11 बजे शफीक बेगम नाम की महिला ने नखासा थाना क्षेत्र के राया सत्ती पुलिस चौकी पर प्रार्थना पत्र दिया था, जिसमें उसने कहा था कि उसने इरफान (अपने भतीजे) के माध्यम से किसी को छह लाख रुपये दिए थे। हालांकि, जिस व्यक्ति को पैसे देने का दावा किया गया है, उसका कहना है कि उसे पैसे नहीं मिले हैं। पुलिस के अनुसार महिला द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद पुलिसकर्मियों को जांच के लिए मौके पर भेजा गया और इरफान (45) को पुलिस चौकी लाया गया। पुलिस ने कहा कि इरफान ने चौकी में कहा कि उसे दवा लेने की जरूरत है, जिसकी उसे अनुमति दे दी गई। पुलिस ने कहा कि इसके बाद उसने सीने में दर्द की शिकायत की तो उसे उसके बेटे के साथ पुलिस चौकी से अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत संभवतः हृदयाघात से हुई होगी।

एसपी ने कहा कि पुलिस द्वारा दवा न लेने देने का आरोप पूरी तरह से निराधार है। उन्होंने कहा कि चौकी पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं और पिता-पुत्र कुछ मिनट तक ही वहां पर रुके थे। एसपी ने कहा कि पुलिस चौकी प्रभारी ने खुद उन्हें दवा लेने को कहा था। एसपी ने यह भी कहा कि राया सत्ती में उस समय की सीसीटीवी फुटेज उनके द्वारा जारी की गई है, जिसमें दिख रहा है कि उक्त व्यक्ति को पुलिस द्वारा पानी दिया गया जिससे उसने दवा पी थी लेकिन कुछ देर बाद वह खुद ही चलते हुए गिर गया। मृतक की पत्नी रेशमा ने कहा कि पांच पुलिसकर्मी उसके पति को गिरफ्तार करके ले गए थे.।उसने कहा कि उसके पति बीमार हैं और मुरादाबाद में उनकी नाक की हड्डी का ऑपरेशन हुआ है। पत्नी ने कहा कि पुलिस ने उन्हें दवा भी नहीं लेने दी और गिरफ्तार कर लिया। रेशमा के पांच बच्चे हैं।