महेंद्र सिंह धोनी को आईसीसी हॉल ऑफ़ फेम में शामिल किया गया, 11वें भारतीय क्रिकेटर बने
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और विश्व क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में से एक महेंद्र सिंह धोनी को अपने प्रतिष्ठित हॉल ऑफ़ फेम में शामिल किया है। यह सम्मान पाने वाले धोनी भारत के 11वें क्रिकेटर बन गए हैं, जिन्हें आसीसी की ओर से यह विशिष्ट सम्मान दिया गया है।

धोनी के इस उपलब्धि को क्रिकेट जगत में एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। धोनी ने अपने करियर में न केवल भारतीय क्रिकेट को कई ऐतिहासिक जीत दिलाई, बल्कि अपनी कप्तानी और विकेटकीपिंग के लिए भी एक नई मिसाल कायम की। उन्होंने 2007 में टी20 विश्व कप, 2011 में आईसीसी वनडे विश्व कप और 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट भारत को जीत दिलाई, जो भारतीय क्रिकेट इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हैं।
यह मेरे लिए अत्यंत गर्व की बात-धोनी
धोनी ने इस सम्मान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, यह मेरे लिए अत्यंत गर्व की बात है कि मुझे आईसीसी हॉल ऑफ़ फेम में शामिल किया गया है। यह मेरे करियर का सबसे बड़ा सम्मान है। मैं अपने परिवार, कोच, टीममेट्स और भारतीय क्रिकेट फैन्स का दिल से धन्यवाद करता हूं जिन्होंने मेरा समर्थन किया।
आईसीसी हॉल ऑफ़ फेम का महत्व
आईसीसी हॉल ऑफ़ फेम उन खिलाड़ियों को समर्पित है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी प्रतिभा और योगदान से खेल को महान बनाया है। यह सम्मान खिलाड़ियों के बेहतरीन करियर, खेल भावना और क्रिकेट के प्रति समर्पण को पहचानता है।
भारत के अन्य आईसीसी हॉल ऑफ़ फेम सदस्य
धोनी से पहले जिन भारतीय क्रिकेटरों को यह सम्मान मिल चुका है, उनमें सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग, एमएस धोनी, हरभजन सिंह, आकाश चोपड़ा और अन्य दिग्गज शामिल हैं। धोनी की एंट्री ने भारतीय क्रिकेट के गौरवशाली इतिहास में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ दिया है।